देखे होंगे देखे होंगे
फसाने कभी कम ना होंगे जुदा होकर भी हम जुदा ना होंगे कश्ती लगेगी किनारे यकीनन बस लहरों फसाने कभी कम ना होंगे जुदा होकर भी हम जुदा ना होंगे कश्ती लगेगी किनारे यकीनन ...
मिटा जाओ हाथों कि चूड़ी खनका जाओ तुम पासआ जाओ ! मिटा जाओ हाथों कि चूड़ी खनका जाओ तुम पासआ जाओ !
दूषित करना मुझको छोड़ो सुख से नाता अपना जोड़ो। दूषित करना मुझको छोड़ो सुख से नाता अपना जोड़ो।
ये दुनिया कितनी दुखी है पर लगती क्यों सुखी है ! ये दुनिया कितनी दुखी है पर लगती क्यों सुखी है !
सुखी है आदमी कब जब उसे संतोष है! सुखी है आदमी कब जब उसे संतोष है!